राष्ट्र निर्माण न्यास एक स्वयंसेवी संस्था है, जिसका उद्देश्य भारतवर्ष को विश्व पटल पर एक ऐसे राष्ट्र के रूप में स्थापित करना है जो सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक, बौद्धिक तथा आध्यात्मिक दृष्टिकोण से विश्व का नेतृत्व कर सके, विश्व गुरु की भूमिका निभा सके। इस संगठन के प्रमुख सुरेश चव्हाणके हैं जिन्होंने ‘राष्ट्र सर्वप्रथम’ के आदर्श को अपने प्रखर राष्ट्रवादी मिशन में समाहित कर अद्वितीय भारत के नवनिर्माण की कल्पना की है। वे ‘हर हाथ को काम और हर काम को हाथ’ के सूत्र पर चलकर समाज और राष्ट्र के सम्पूर्ण विकास में विभिन्न माध्यमों से योगदान दे रहे हैं।
राष्ट्र निर्माण संगठन भारतवासियों के खोए स्वाभिमान को जगाने और देश में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की संस्थापना के लिए कृतसंकल्प है। राष्ट्र निर्माण संगठन अपने सभी अभियानों को सुप्रचार, संस्कार, सामर्थ्य और स्वाभिमान के चार सूत्रों में पिरोकर राष्ट्रवाद और सांस्कृतिक चेतना के प्रसार हेतु आधारभूमि तैयार करने में प्रयत्नशील है ताकि एक स्वस्थ और सबल राष्ट्र की पुनर्स्थापना हो सके।