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कर्नाटक के चुनचुन कट्टे के बाद आज राम राज्य युवा यात्रा का अगला पड़ाव रहा रामनाथपुरा का लक्ष्मणेश्वर मंदिर यह मंदिर कावेरी नदी के पार है। कहा जाता है कि वनवास के समय एक बार श्रीराम और लक्ष्मणजी अलग-अलग चल रहे थे. शिव पूजा का समय हो चूका था पर रामजी नदी पार नहीं किए थे. इसलिए लक्ष्मण जी कावेरी नदी के पार की शिव पूजा की थी. इसके लिए भगवान श्रीराम के छोटे भाई लक्ष्मण जी ने शिवलिंग की स्थापना की थी, जिन्हें श्री लक्ष्मणेश्वर महादेव कहा गया. बाद में यहां पर भव्य मंदिर बनाया गया जो आज लक्ष्मणेश्वर मंदिर के नाम से जाना जाता है.

#रामराज्य_युवा_यात्रा प्रदोष चव्हाणके के साथ जारी है।

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